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टिकट एल्बम - Ticket Album | Moral Story | Hindi Kahaniya | Bedtime Stories | Kahaniyan

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यह कहानी है चाँदनी और अभय की। दोनों ही मिडिल क्लास फैमिली से थीं और एक ही कॉलेज में पढ़ते थे। अभी पार्टी में जॉब भी करता था और पढ़ाई भी। चांदनी अपने माता पिता के साथ रहती थी। अभी ये पांच साल का था तभी उसके माता पिता की मौत हो गई थी।

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पुणे के सावित्रीबाई गल्र्स हॉस्टल में तीन सहेलियां रहती थीं। माया कविता और प्रिया इन तीनों में से रिया को दूसरी दुनिया पर यकीन था और वो अक्सर नई नई चीजें ढूंढा करती थी। भूत प्रेतों की बातचीत करने की कभी ओझा बोली तो कभी मोमबत्ती। मुझे नहीं लगता कि भूत ?

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सिमरन भारतीय वायु सेना की हेलिकॉप्टर पायलट थी। अभी उसकी ट्रेनिंग चल रही थी। इस ट्रेनिंग को पूरा होने में अब कुछ ही समय बाकी था। उसके बाद सिमरन भारतीय वायु सेना की आफिशियल पायलेट बन जाती। मगर दुर्भाग्य से उसका हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है?

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सुनीता एक गरीब लड़की थी काफी साल पहले उसके पिता का देहांत हो गया था। वो अपनी मां के साथ रहती थी। उसकी मां दूसरों के घरों में झाड़ू पोछा और बर्तन मांजने का काम करती थी। उनका गुजारा बड़ी मुश्किल से होता था। इसलिए सुनीता भी अपनी मां का बोझ कम करने के लिए ?

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यदि नाम का लगभग 8 10 वर्ष का लड़का विजय नगर इलाके में रहता था वह समय पर अपना प्रतीक काम करने वाला परिश्रमी और अनुशासित लड़का था। लेकिन उसके पड़ोस और स्कूल के लड़के उसके सीधे स्वभाव का फायदा उठा कर अपना काम निकलवाने के बाद उसके काम में कमियां निकाल कर


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सुनीता एक गरीब लड़की थी काफी साल पहले उसके पिता का देहांत हो गया था। वो अपनी मां के साथ रहती थी। उसकी मां दूसरों के घरों में झाड़ू पोछा और बर्तन मांजने का काम करती थी। उनका गुजारा बड़ी मुश्किल से होता था। इसलिए


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अंधी प्रतिदिन मंदिर के दरवाजे पर चार खड़ी होती दर्शन करने वाली बाहर निकलती तो वहां अपना हाथ फैला देती और विनय पूर्वक कहती। बाबूजी अंधी पर दया हो जाए। मंदिर में आने वाली व्यक्ति श्रद्धालु एवं सहृदय होते हैं इसलिए !

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