Стикеры по тегу amir aur garib ka naya saal

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यह कहानी ये तारा की वो दिल्ली की एक ट्रैफिक सिग्नल पर फूल बेचती है और रात को वही सड़क किनारे रहती है। दिसंबर की सर्दियों का समय था कड़ाके की ठंड पड़ रही थी। नया साल आने में कुछ ही दिन बचे थे। लोग अलग अलग तरीके से नए साल को सेलिब्रेट करने का प्लान बना रहे थे

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